प्यार है मेरा पास ही मेरे , पर शायद मुझको पता नही है ll
खामोश अगर हूँ मैं अब तक तो ,
ये आदत है मेरी , मेरी खता नही है ll
दिल को बहलाते रहना ही,
दर्द - ये - दिल की दवा नहीं है ll
आँखों की चिलमन उठा के देखो ,
अन्दर आग बहुत है , बाहर यूँ ही धुवाँ नही है ll
काम बहुत है बाकि अब तक ,
अभी तो कुछ भी हुआ नहीं है ll
जलने फिर भी लोग लगे हैं पर,
मैंने अब तक कुछ भी कहा नही है ll
न ही दिल अब तक दिल से मिला है,
और तन ने अब तक बदन छुआ नहीं है ll
महफ़िल में हुए तमाशे हैं टूटा हर पैमाना है,
ये हाल है तब, जब जाम को लब ने छुआ नही है ll
खामोश अगर हूँ मैं अब तक तो ,
ये आदत है मेरी , मेरी खता नही है ll
दिल को बहलाते रहना ही,
दर्द - ये - दिल की दवा नहीं है ll
आँखों की चिलमन उठा के देखो ,
अन्दर आग बहुत है , बाहर यूँ ही धुवाँ नही है ll
काम बहुत है बाकि अब तक ,
अभी तो कुछ भी हुआ नहीं है ll
जलने फिर भी लोग लगे हैं पर,
मैंने अब तक कुछ भी कहा नही है ll
न ही दिल अब तक दिल से मिला है,
और तन ने अब तक बदन छुआ नहीं है ll
महफ़िल में हुए तमाशे हैं टूटा हर पैमाना है,
ये हाल है तब, जब जाम को लब ने छुआ नही है ll
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